दुनिया में बहुत कम लोग होते हैं जो खुद से पहले दूसरे के बारे में सोचते हैं। कह सकते हैं कि उन्हें अपनी परेशानियों से ज्यादा औरों की समस्या नजर आती है और वे इन्हें दूर करने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाते हैं। हेलमेटमैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर राघवेंद्र कुमार कुछ ऐसे ही मिजाज के व्यक्ति हैं। वे सड़क दुर्घटनाओं को लेकर काफी संवेदनशील हैं, खास तौर से दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। राघवेंद्र अब तक पूरे देश में 56000 से ज्यादा लोगों को फ्री हेलमेट दे चुके हैं।
हालांकि वे इन दिनों अपने इस अभियान को जारी रखने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। हेलमेट का इंतजाम करने के लिए उन्होंने अपना ग्रेटर नोएडा स्थित अपार्टमेंट तक बेच दिया और अपनी पत्नी के गहनों को गिरवी रख लोन लिया है। राघवेंद्र ने कहा कि इसके लिए आप चाहे मुझे पागल कहें, लेकिन मैं सड़क सुरक्षा के लिए प्रयास जारी रखूंगा। आने वाले कुछ सप्ताह में मैं वापस बिहार स्थित कैमुर जिले में अपने पूर्वजों के गांव भडारी में शिफ्ट हो जाऊंगा। इसका कारण ये है कि यहां मैं हेलमेट और अपने परिवार का खर्चा एकसाथ नहीं उठा सकता।
गडकरी-सोनू सूद कर चुके तारीफ
राघवेंद्र ने आगे बताया कि मेरे एक 6 साल का बेटा अंश है। मैं खर्चे में कटौती के लिए अंश को गांव में सरकारी स्कूल में एडमिशन दिलाऊंगा, जिससे मैं हेलमेट खरीदना जारी रख सकूं और लोगों की जिंदगियां बचा सकूं। राघवेंद्र पूरी तरह से रोड सेफ्टी वोलंटियर बनने से पहले कई मल्टीनेशनल कंपनियों में बतौर लीगल एडवाइजर काम कर चुके हैं। राघवेंद्र की सराहनीय पहल के लिए रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज मिनिस्टर नितिन गडकरी और कोरोनाकाल के दौरान समाजसेवा कर मशहूर हुए अभिनेता सोनू सूद भी तारीफ कर चुके हैं।
वीडियो से सुर्खियों में आए थे राघवेंद्र
आपको बता दें कि राघवेंद्र पिछले महीने वायरल हुए वीडियो के कारण लाइमलाइट में आए थे। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के इस वीडियो में दिखा कि राघवेंद्र अपनी कार चला रहे हैं। उन्होंने कार के अंदर हेलमेट पहना हुआ था। वे कार को एक ऐसे मोटरसाइकिल सवार के पास ले जाकर रोकते हैं, जिसने हेलमेट नहीं पहना था। तब उसने राघवेंद्र की कार का ड्राइवर साइड वाला दरवाजा खोला। राघवेंद्र ने उसे एक बिल्कुल नया हेलमेट देते हुए समझाया कि बाइक चलाते समय ऐसी गलती नहीं करे और सिर पर हमेशा हेलमेट लगाएं। यह वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स राघवेंद्र के सेवा भाव के कायल हो गए। गौरतलब है कि राघवेंद्र ने 9 साल पहले अपने नजदीकी दोस्त व रूममेट को हादसे में खो दिया था। तब से ही उन्होंने फ्री हेलमेट बांटने को मिशन बना लिया। उनके दोस्त की बाइक को यमुना एक्सप्रेसवे पर पीछे से टैंकर ने टक्कर मार दी थी।