Hindi News 90
Notification

बुलंद इरादा : चरवाहों की बेटियां बनेंगी डॉक्टर, अंकल ने किया तैयार, NEET 2023 Exam में हुईं सफल

Rakesh Kumar
5 Min Read
Kareena and Ritu Yadav

NEET 2023 : कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो…इसका मतलब है कि दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है, बस आपके इरादे बुलंद होने चाहिए। आपने कई सफल लोगों के बारे में देखा-सुना-पढ़ा होगा और महसूस किया होगा कि उनकी कहानी इस कहावत से काफी मिलती-जुलती है। आज हम आपको दो चचेरी बहनों से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने नामुमकिन से लगने वाले काम को मुमकिन करके दिखाया। पैसों की कमी भी उनके हौसलों को डिगा नहीं पाई। ये कहानी है रितु यादव और करीना यादव की, जो तमाम दुश्वारियों के बावजूद डॉक्टरी में प्रवेश के लिए होने वाले एक्जाम को पास करने में सफल हुईं। दोनों भेड़-बकरियां चराने वाले गडरियों के परिवार से संबंध रखती हैं। उन्होंने शिक्षा का महत्व जाना और एक अभूतपूर्व सफलता हासिल कर दम लिया।

यह भी पढ़ें : 10वीं और 12वीं पास स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी ,Government Job के 3444 पदों पर निकली भर्ती,

जयपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहती हैं चचेरी बहनें

NEET 2023 : पिछले दिनों नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (NEET) का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें रितु और करीना दोनों सफल रहीं। दोनों अपने अंकल (ताऊजी) के मार्गदर्शन में स्कूल पास करते ही NEET की तैयारी में जुट गईं। अंकल सेवानिवृत्त साइंस टीचर हैं और वे पूरे परिवार में पढ़े-लिखे एकमात्र सदस्य हैं। आपको बता दें कि जयपुर जिले के जमवारामगढ़ में नांगल तुलसीदास गांव की 19 वर्षीय रितु ने अपने दूसरे और 20 साल की करीना ने अपने चौथे प्रयास में यह प्रतिष्ठित मेडिकल एंट्रेंस एक्जाम पास किया।

जानें करीना और रितु यादव को मिली कौनसी रैंक

NEET 2023 : करीना ने कहा कि जब मैंने साल 2020 में पहली बार अटेम्प्ट किया था, तब से ही मुझे सफलता का भरोसा था। मैंने अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए क्वालिफाई होने के बजाय अपना स्कोर सुधारने पर फोकस किया। मैं एक न्यूरोलोजिस्ट बनकर समाज की सेवा करना चाहती हूं। करीना के 680 अंक आए। उसने परीक्षा में 1621वीं ऑल इंडिया रैंक और 432वीं कैटेगरी रैंक हासिल की। दूसरी ओर, रितु ने 645 अंक हासिल किए। उसकी 8179वीं ऑल इंडिया रैंक और 3027वीं कैटेगरी रैंक रही। रितु ने पिछले साल अपना पहला अटेम्प्ट ट्राई किया था।

स्मार्टफोंस से बनाई दूरी, रोजाना 12 घंटे पढ़ाई

NEET 2023 : दोनों बहन बोलीं कि वे स्मार्टफोंस से दूर रहीं और रोजाना कम से कम 12 घंटे सेल्फ स्टडी की। उनके माता-पिता ने उनसे घर के काम कराने में कोई मदद नहीं ली। उनके अंकल ठाकरसी यादव ने कहा कि मैंने साल 1983-84 में मेडिकल एंट्रेस एक्जाम दिया था, लेकिन फेल हो गया। तब मैं अपने बच्चों को डॉक्टर बनाने का सपना पालने लगा। किसी को स्टेथोस्कोप पहने हुए देख मैं प्रेरित होता। दोनों बच्चियां सालों से अपने स्तर पर ही तैयारी कर रही थीं। जब मुझे लगा कि उन्हें प्रोफेशनल गाइडेंस की जरूरत है तो मैंने 7 माह पहले सीकर में कोचिंग क्लासेज में एनरोल करा दिया।

बकरियां चराकर परिवार चलाते हैं भावी डॉक्टरों के पिता

NEET 2023 : खुशी से फूले नहीं समा रहे अंकल ने कहा कि अब चरवाहों के परिवार में दो डॉक्टर हो जाएंगी। करीना के पिता ननछुराम और रितु के पिता हनुमान सहाय के पास 2-2 बीघा जमीन और कुछ बकरियां हैं। यह उनके परिवार के लिए कमाई का मुख्य जरिया है। करीना ने कहा कि बड़े पापा (अंकल) ने हमें गाइड किया और पढ़ाया। इसके अलावा वे सीकर में हॉस्टल में हमारे साथ रहे। उन्होंने वहां खाना पकाने सहित सभी काम किए, जिससे हमारी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं पड़े।

यह भी पढ़ें : PM Kisan Yojana : किसानों को हर माह मिलेंगे 3000 रुपए, जल्द आएगी 14वीं किश्त

Share This Article
International Women’s Day 2024: 5 इलेक्ट्रिक स्कूटर पर भारी छूट, पत्नी और बहन को दें गिफ्ट Kawasaki का बिग डिस्काउंट ऑफर! Ninja 400 पर मिल रही 35,000 की तगड़ी छूट बस खरीदो, लगाओं, 360 डिंग्री रखेंगे चोर पर नजर, ये 10 बेस्ट वायरलेस CCTV कैमरे कड़ाके की ठंड में गर्म रखेगी ये कंबल, ये हैं 8 बेहतरीन ऑप्शन धरती की तरफ बढ़ रहा 470 फीट का एस्ट्रॉयड, जानिए पूरी डिटेल