हमारे देश में भी अब लड़कियों को लेकर लोगों की मानसिकता में बदलाव आने लगा है। पहले बेटे-बेटी में काफी भेदभाव किया जाता था, लेकिन अब ऐसी बात नहीं है। माता-पिता बच्चियों के लालन-पालन में भी कोई कमी नहीं रखते हैं। वे उन्हें बढ़िया शिक्षा दिलाकर पूरी तरह से काबिल बनाना चाहते हैं। भारत सरकार भी लड़कियों के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। वह बच्चियों के हित में नित नई योजनाएं लाती रहती है। इस दिशा में लाई गई सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) काफी लोकप्रिय हो रही है। इसके माध्यम से माध्यम से माता-पिता अपनी पुत्रियों के लिए बचत खाता खुलवाते हैं और फिर जमा कराई गई राशि पर ब्याज हासिल करते हैं। इस फंड का उपयोग बिटिया की शिक्षा और शादी में किया जा सकता है। इसमें सालाना 8.5 प्रतिशत ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) का प्रावधान है। इस योजना का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है।
अब हम आपको सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जिससे आप इसका लाभ उठा सकें :-
न्यूनतम जमा राशि
भविष्य में आपकी बेटी को पैसे को लेकर कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए आप सिर्फ 250 रुपए प्रति माह जमा कराकर इस योजना का हिस्सा बन सकते हैं। आप अधिकतम 1.5 लाख रु. सालाना जमा करा सकते हैं। इस योजना का अकाउंट आप 25 मान्यता प्राप्त बैंक और भारतीय पोस्ट ऑफिसों में खुलवा सकते हैं।
ये डॉक्यूमेंट्स हैं जरूरी
अकाउंट खुलवाने की काफी आसान प्रक्रिया है और इसके लिए कुछ डॉक्यूमेंट्स (कागजात) की ही जरूरत पड़ेगी। इन कागजातों में बिटिया का बर्थ सर्टिफिकेट, माता-पिता या गार्जियन का वेलिड एड्रेस प्रूफ और माता-पिता या गार्जियन का आईडेंटिटी प्रूफ शुमार हैं। जन्म प्रमाण पत्र अस्पताल, सरकार द्वारा नोटिफाई आवास या बच्ची के स्कूल प्रिंसिपल से हासिल किया जा सकता है।
मैच्योरिटी पीरियड
बच्ची के भविष्य को लेकर चिंतित माता-पिता यह जरूर जानना चाहेंगे कि इस योजना के तहत कब तक पैसा जमा कराना पड़ेगा और यह कब पूरी होगी। तो आपको बता दें कि इसका मैच्योरिटी पीरियड अकाउंट खुलने के दिन से 21 साल बाद पूरा होगा। योजना की अवधि बालिका के 21 वर्ष के होने या 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी होने तक होती है। हालांकि यह निवेश आपको अकाउंट खोलने की तारीख से 15 साल तक ही करना होता है। इसके बाद मैच्योरिटी तक ब्याज मिलता रहेगा, भले ही इसमें कोई राशि जमा नहीं कराई गई हो।
ब्याज की गणना
पांचवें दिन की समाप्ति और महीने के अंत के बीच न्यूनतम मूल्य वाले खाते की शेष राशि के लिए, पूरे कैलेंडर माह के लिए ब्याज की गणना की जाती है। हर वित्तीय वर्ष के समापन पर अकाउंट में ब्याज जमा किया जाता है।
जानें, कितना रिटर्न मिलेगा
अगर कोई योजना के तहत 15 साल तक 1.5 लाख रुपए सालाना जमा कराता है तो 21 साल पूरे होने पर इसकी मैच्योरिटी वैल्यू 7.6 पर्सेंट की अनुमानित एवरेज रेट से 65 लाख 93 हजार 071 रुपए होगी। इसका मतलब है कि आपने कुल 22 लाख 50 हजार रुपए जमा कराए तो खाते में 43 लाख 43 हजार 071 रुपए अतिरिक्त जमा हो गए।