Investment Options : लोगों के सामने हमेशा यह चुनौती रहती है कि वे किस जगह पैसा लगाएं, जिससे उसका उनको शानदार रिटर्न मिले। वे लगातार मार्केट सर्च करते रहते हैं। आज हम इस खबर के माध्यम से ऐसे लोगों की मदद करने जा रहे हैं, जो किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए। जैसा कि आप जानते हैं कि नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है। नए टैक्स नियम लागू हो चुके हैं। इससे डेब्ट इनवेस्टर्स (ऋण निवेशक) ऊंचे रिटर्न के लिए अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को खंगाल रहे हैं। मीडियम से लॉ रिस्क उठाने वाले इनवेस्टर्स जब मार्केट लिंक्ड इंस्ट्रुमेंट्स (बाजार से जुड़े साधन) का चयन करते हैं तो उनका झुकाव डेब्ट फंड की ओर होता है। इसका कारण ये है कि वे अपने ज्यादा खतरा उठाने वाले इक्विटी फंड की तुलना में ज्यादा सस्टेनेबल और स्टीडियर फंड ग्रॉथ ऑफर करते हैं।
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पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के हैड ऑफ इनवेस्टमेंट्स बिजनेस विवेक जैन ने इस मसले पर निवेशकों की शंका दूर की है। उन्होंने जी मीडिया के साथ बातचीत करते हुए समझाया कि किस जगह निवेश करना बेहतर रहेगा। उन्होंने म्यूचुअल फंड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट और यूलिप को लेकर उदाहरण सहित स्थिति साफ की। जैन ने कहा कि माना कि एक औसत निवेशक अगले 20 साल के लिए हर महीने 20 हजार रुपए निवेश करने की योजना बनाता है तो उसके लिए ऊपर बताए गए तीनों ऑप्शन में से कौनसा बेहतर रहेगा।
Mutual Funds
अगर आप 20 साल तक 20 हजार रुपए मासिक म्यूचुअल फंड में लगाते हैं तो इसका मतलब है कि कुल 48 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट हो जाएगा। माना कि आदर्श रूप से 8 प्रतिशत रिटर्न रेट है तो आपका मैच्योरिटी अमाउंट 1.05 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। हालांकि टैक्सेशन (करारोपण) के बाद आपका नेट रिटर्न रेट 5.5 फीसदी ही रह जाएगा। इसका मतलब है कि टैक्स के मद में आपके 20 लाख रुपए कट जाएंगे।
Fixed Deposit
आप अपने फंड को सुरक्षित करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे पारंपरिक साधन की ओर भी देख सकते हैं। हालांकि यहां भी टैक्स रूल का असर पड़ेगा। माना कि आप 7 प्रतिशत रिटर्न रेट पर एफडी में इनवेस्ट करते हैं और 30 फीसदी टैक्स ब्रैकेट में आते हैं तो आपको टैक्स कटने के बाद 4.8 प्रतिशत की ही रिटर्न रेट मिलेगी।
ULIPs
अब हम आपको तीसरे विकल्प की जानकारी देंगे। अगर आप 20 हजार रुपए मासिक या 2.5 लाख रुपए तक यूलिप में निवेश करते हैं तो आपको मिलने वाला रिटर्न किसी भी टैक्स के दायरे में नहीं आएगा। आपकी मैच्योरिटी राशि 20 साल में 1.05 करोड़ रुपए हो जाएगी। इसका मतलब है कि आपको आपके निवेश किए गए धन से 57 लाख रुपए ज्यादा मिलेंगे यानी यह आपका नेट प्रॉफिट होगा। इसका यूएसपी यह है कि राशि पूरी तरह से टैक्स फ्री रहेगी। यह बेनेफिट म्यूचुअल फंड्स और एफडी में नहीं मिलता।
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