e bicycle : हमारे देश में बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक विकल्स (EV) की मांग दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। अगर आपके पास कोई EV है तो पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से कोई सरोकार नहीं रहेगा। साथ ही ऐसे वाहन पर्यावरण के भी दोस्त हैं क्योंकि इनसे जरा भी वायु प्रदूषण नहीं होता। इलेक्ट्रिक कार और बाइक-स्कूटर की धूम के बीच अब एक और अच्छी खबर आई है। मध्य प्रदेश में छतरपुर के रहने वाले एक 20 वर्षीय युवा आदित्य शिवहरे ने एक इलेक्ट्रिक बाइसिकल बनाई है। इसकी कीमत मात्र 20 हजार रुपए है, जबकि बाजार में कोई भी इलेक्ट्रिक बाइक इससे दोगुनी कीमत से कम में मिलना मुश्किल है। यह बाइसिकल परफोरमेंस और फीचर्स के लिहाज से प्रोमिनेंट ब्रैंड्स को टक्कर देने में सक्षम है। साथ ही इस पर एक क्विंटल तक वजन वाला सामान इधर-उधर ले जाया जा सकता है। यह इलेक्ट्रिक बाइसिकल सिंगल चार्ज पर 30 किलोमीटर तक चल सकती है यानी यह इसकी रेंज है।
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एक महीने में बनी यह ई बाइसिकल
खास बात यह है कि आदित्य ने स्क्रैच का इस्तेमाल कर यह ई बाइसिकल तैयार की है। ऐसा नहीं है कि आदित्य ने रातों-रात इसका ईजाद कर दिया। आदित्य को अपना प्रोजेक्ट पूरा करने में करीब एक महीना लगा। इतनी मेहनत के बाद यह साइकिल फाइनल शेप में आई। आदित्य ने इस बाइसिकल में एक्सलरेटर, ब्रेक, लाइट व हॉर्न जैसे मॉडर्न फीचर्स भी जोड़े। इस ई बाइसिकल में सेपरेट स्टैंड है जिस पर स्मार्टफोन रख नेविगेशन और अन्य पर्पज पूरे किए जा सकते हैं।
ऐसे आया आदित्य शिवहरे के दिमाग में आइडिया
आदित्य की यह ई बाइसिकल तब से ही सुर्खियां बटोर रही है, जब से उन्होंने इसके बारे में घोषणा की। आदित्य ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा कि इन दिनों कोई गरीब व्यक्ति बाइक नहीं खरीद सकता, क्योंकि इसकी कीमत हजारों-लाखों रुपए में होती है। ऐसे में मेरे दिमाग में एक विचार आया, जिसका नतीजा यह हुआ कि मैंने यह बाइसिकल बना दी जिसे हर कोई खरीद सकता है। अगर इस मॉडल को बाजार में लॉन्च कर दिया जाता है तो यह एक क्रांति लाएगा। इस ई बाइसिकल मॉडल का नाम A1 है।
पीएम मोदी ने इस आविष्कार के लिए की थी तारीफ
आपको बता दें कि आदित्य ने पूर्व में कुछ और भी कारनामे किए थे, जिन पर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दाद मिली थी और इससे वे काफी प्रोत्साहित भी हुए थे। आदित्य ने कहा कि मैं जब 16 साल का था तो मैंने तारों (Wires) के बगैर बिजली बनाई थी। इस बात के लिए मेरी राज्य में तो प्रशंसा हुई ही साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मुझे सराहा। मैंने आज तक जिंदगी में जो कुछ सीखा है, उसकी प्रेरणा मुझे थॉमस एल्वा एडिसन से मिली जिन्होंने इलेक्ट्रिक बल्ब का आविष्कार किया था।
अब सरकार से ऐसा चाहते हैं आदित्य
आदित्य अब सरकार से सहायता चाहते हैं, जिससे वे अपनी सपनों की इलेक्ट्रिक बाइसिकल को बाजार में उतारकर लोगों की सहायता कर सकें। आदित्य ने अपने मन की बात करते हुए कहा कि मेरा सपना है कि सरकार अपनी सहायता बढ़ाए जिससे मैं इस प्रोजेक्ट को आगे ले जा पाऊं।
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