सूरज की रोशनी से चलता है यह “सस्ता” वाहन, 7 लोग एक साथ ले सकते हैं सवारी का मजा, Video Viral

Rakesh Kumar
4 Min Read
7 Seater Vehicle

Video Viral : कहा जाता है कि हर इंसान में कोई न कोई खासियत होती है। कोई किसी चीज में परफेक्ट होता है, तो किसी का कोई और बात में मुकाबला नहीं कर सकता। इन सबमें सबसे बड़ी भूमिका होती है दिमाग की। दिमाग के आगे कुछ भी असंभव नहीं है और कुछ भी किया जा सकता है। हम आए दिन इंटरनेट पर देखते हैं कि लोग कैसे जोड़-तोड़ करके कैसी-कैसी चीजों का आविष्कार कर देते हैं। अब एक और जबरदस्त जुगाड़ सामने आया है। इस सस्ते, सुंदर और टिकाऊ जुगाड़ को देख सबका मन चल रहा है। लोग चाहते हैं कि काश! उन्हें भी यह जुगाड़ मिल जाए।

यह भी पढ़ें : सपना की इस सादगी पर मर-मिटे लोग! पुराने हिट गाने पर दिखाई ये प्यारी अदाएं, Video Viral

बिजनेस टाइकून हर्ष गोयंका ने पोस्ट किया वीडियो

दरअसल सोशल मीडिया यूजर्स को इस जुगाड़ से रूबरू कराया है जाने-माने उद्योगपति हर्ष गोयंका ने। गोयंका अक्सर ऐसी पोस्ट शेयर करते रहते हैं जिसमें लोगों द्वारा दुनिया के किसी भी हिस्से में रोजमर्रा की समस्याओं से पार पाने के लिए नई टेक्नीक आजमाई गई हो। अब उन्होंने जो ट्वीट किया है, उसमें ऐसा ही आविष्कार नजर आ रहा है। गोयंका ने एक यूनीक सोलर पॉवर्ड ऑटोमोबाइल का वीडियो डाला है, जो आपको आश्चर्य में डाल देगा।

यहां देखें वीडियो

200 किलोमीटर से ज्यादा चलने का दावा

इस वीडियो में एक लड़का 7 सीट वाला ऑटोमोबाइल वाहन चला रहा है। वाहन पर 6 लड़के और बैठे हैं। यह विकल स्कूटर जैसा लग रहा है और इसमें शेड लाइक फ्रेम (छाया जैसा फ्रेम) है जिस पर सोलर पैनल लगे हुए हैं। वह लड़का बताता है कि उसने कूड़े (Leftovers) से कैसे इस वाहन को तैयार किया। यह वाहन न सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह इस पर बैठने वालों को गर्मी के दिनों में छाया प्रदान करता है। लड़के ने दावा किया कि यह वाहन 200 किलोमीटर से भी ज्यादा चल सकता है और अगर तेज धूप हो तो और दूरी तय की जा सकती है। उसके हिसाब से इस वाहन को बनाने की कुल मैनुफैक्चरिंग कॉस्ट 8 से 10 हजार रुपए आई है।

व्यू और लाइक के मामले में हिट हो रहा है वीडियो, यूजर्स बोले…

इस वीडियो को 29 अप्रेल को पोस्ट किया गया था और एक ही दिन में इसे 60000 से ज्यादा व्यू और 3000 से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं। लोग बड़े कॉर्पोरेशंस को सलाह दे रहे हैं कि ऐसे वाहन डिजाइन करने वालों को अपने यहां नौकरी दे देनी चाहिए। ये वाहन ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ज्यादा माफिक हैं। देखिए सोशल मीडिया यूजर्स ने कैसी-कैसी बातें लिखीं, “आवश्यकता आविष्कार की जननी है।”, “तकनीकी विकास के लिए यह भारत का स्वर्ण युग है।”, “गरीब हो या अमीर, छोटा हो या बड़ा, आविष्कार कोई भी कर सकता है।”, “शानदार भारतीय जुगाड़/आविष्कार। हर्षजी आप इस विकल को बनाने और बेचने की पहल करें, लेकिन मेरी सलाह भूल न जाना।”, “मेरे हिसाब से वाहन में एक बैटरी होनी चाहिए, जो सूरज या बिजली से चार्ज हो। मेरा मानना है कि सिर्फ सूरज से चार्ज होने में काफी समय लगेगा।”

यह भी पढ़ें : बच्चे ने इस जुगाड़ से फंसाई मछलियां, टैलेंट देख लोग दबा रहे दांतों तले अंगुलियां, Video Viral

Share This Article