बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाने की चुनौती, ये सरकारी Investment Schemes दूर करेंगी माता-पिता की चिंता-फिक्र

Rakesh Kumar
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PPF

Investment Schemes : हर इंसान अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहता है। माता-पिता को यही लगता है कि जीवन में जो संघर्ष उन्हें करना पड़ा या पैसों को लेकर जो परेशानियां उन्होंने झेली वो उनकी संतान से दूर रहे। आपको बता दें कि सरकार भी बच्चों को लेकर काफी पजेसिव है और विभिन्न तरीकों से उन्हें बेनेफिट पहुंचाने के लिए कई इनवेस्टमेंट स्कीम्स (निवेश योजनाएं) लॉन्च करती रही है। कई स्कीम हैं जो आपके बच्चों के लिए शानदार इनवेस्टमेंट ऑप्शन साबित हो सकती हैं। अभिभावक अपने इनवेस्टमेंट गोल्स, जोखिम उठाने की भूख और टैक्स की आवश्यकताओं के हिसाब से स्कीम चुन सकते हैं। हालांकि हम आपको यह सलाह देना चाहेंगे कि इनवेस्टमेंट को लेकर कोई भी फैसला लेने से पहले स्कीम के बारे में अच्छी तरह से पढ़ लें। आईए अब नजर डालते हैं बच्चों को लेकर चल रही कुछ लोकप्रिय सरकारी निवेश योजनाओं पर :-

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सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना माता-पिता को पैसे की बचत करने के लिए प्रोत्साहित करने को बनाई है, ताकि यह पैसा उनकी बेटी की शिक्षा और शादी में काम आ सके। इस स्कीम में ऊंची ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) ऑफर की जाती है और टैक्स बेनेफिट भी मिलता है।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

पीपीएफ एक लोंग टर्म इनवेस्टमेंट ऑप्शन है, जो सुरक्षित होने के साथ आकर्षक ब्याज दरें देता है। माता-पिता अपने बच्चे के नाम एक पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं और जो ब्याज मिलेगा वह टैक्स फ्री (कर मुक्त) होगा। आय और वित्तीय लक्ष्य के आधार पर आप 1.5 लाख रुपए वार्षिक और न्यूनतम 500 रुपए बचा सकते हैं। बैंकबाजार डॉट कॉम के सीईओ आधिल शेट्टी ने कहा कि माना कि आपको अपने बच्चों की शिक्षा के लिए 15 साल में 25 लाख रुपए चाहिए। इसलिए अगर आप सालाना 1 लाख रुपए बचाते हैं और मौजूदा ब्याज दर 7.1% के हिसाब से गणना करें तो मैच्योरिटी पर आपके पास 27 लाख 12 हजार 139 रुपए होंगे।

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)

एनएससी एक फिक्स्ड इनकम इनवेस्टमेंट ऑप्शन है, जो फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट और 5 साल के लॉक इन पीरियड के साथ आता है। इसका ब्याज टैक्सेबल यानी करयोग्य है, लेकिन इनवेस्टर्स सेक्शन 80सी के तहत टैक्स डिडक्शंस का दावा कर सकते हैं।

इक्विटी-लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS)

ईएलएसएस एक म्यूचुअल फंड इनवेस्टमेंट ऑप्शन है, जो तीन साल के लॉक इन पीरियड के साथ आता है। यह ज्यादा रिटर्न और सेक्शन 80सी के अंडर में टैक्स बेनेफिट ऑफर करता है। यह प्रॉडक्ट न सिर्फ टैक्स बचाने में मदद करता है बल्कि आपको डिसेंट रिटर्न भी देता है।

किसान विकास पत्र (KVP)

केवीपी एक फिक्स्ड इनकम इनवेस्टमेंट ऑप्शन है जो 124 महीनों की निश्चित अवधि के बाद निवेश को दोगुना कर देता है। इसमें जो इंटरेस्ट मिलता है वह टैक्सेबल है, लेकिन कोई टीडीएस डिडक्शन नहीं है।

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)

एससीएसएस एक सेविंग स्कीम है जो सीनियर सिटीजंस के लिए बनाई गई है। यह ऊंची ब्याज दरें और टैक्स बेनेफिट्स देती है। पैरेंट्स अगर सीनियर सिटीजंस हैं तो अपने बच्चों के बिहाफ (पक्ष) में इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं।

माता-पिता इनवेस्टमेंट से पहले रखें इन बातों का ध्यान

उल्लेखनीय है कि हर सरकारी योजना में खुद के हिसाब से एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया (पात्रता मापदंड) होता है। निवेश करने से पहले यह जान लें कि आप पात्रता की शर्तें पूरी करते हैं। साथ ही अपनी वित्तीय आवश्यकताएं और आय को चेक कर लें। निवेश से पहले पॉलिसी सलाहकार या उस स्कीम को प्रमोट करने वाले व्यक्ति से विचार-विमर्श कर लें। आपको उस स्कीम को अच्छी तरह से पढ़ लेना चाहिए। उसके टर्म्स और कंडिशनंस देखें और पता करें कि निवेश शुरू करने के लिए कितनी रकम चाहिए। अपनी डिटेल्स को सावधानीपूर्वक भरें क्योंकि अगर कोई गलती हो गई तो बाद में करेक्शन कराना मुश्किल हो जाएगा। आपकी डिटेल आपके डॉक्यूमेंट्स के हिसाब से होनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी प्रकार का कनफ्यूजन (भ्रम) नहीं रहे।

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