OLA : भारत में कई बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां हैं, जो लोगों के दिलों पर राज करती हैं। ओला भी इन्हीं में से एक है। यहां ओला के ई स्कूटर्स काफी लोकप्रिय हैं। यह खबर उन लोगों को सुकून देगी जो इस ई स्कूटर के मालिक हैं। दरअसल ओला ऐसे कस्टमर्स को उनके 9 से 19 हजार रुपए तक वापस देगी। ओला ने इन लोगों से ई स्कूटर चार्जर के नाम पर रुपए वसूले थे, जबकि यह अवैध था। भारी उद्योग मंत्रालय के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019-20 से 30 मार्च 2023 तक OLA S1 Pro मॉडल खरीदने वालों को कंपनी ने चार्जर के नाम पर लिया गया भुगतान वापस करने का फैसला किया है।
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Fame के तहत सब्सिडी ले रही है ओला
आपको बता दें कि ओला फास्टर एडॉप्टेशन एंड मैनुफैक्चरिंग ऑफ (हाईब्रिड एंड) इलेक्ट्रिक विकल्स (FAME) इंडिया स्कीम के तहत सब्सिडी ले रही है इस हिसाब से वह ग्राहकों से चार्जर का पैसा नहीं ले सकती। कंपनी चार्जर के नाम पर ई स्कूटर की ज्यादा कीमत ले रही थी। मंत्रालय को इसकी शिकायत मिली और जांच में यह सही पाई गई। अब ओला बैकफुट पर है और उसने अपनी गलती मानते हुए कहा है कि वह चार्जर के नाम पर लिए गए 130 करोड़ रुपए ग्राहकों को चुका देगी। हालांकि कंपनी ने अभी यह साफ नहीं किया कि यह भुगतान कब से कब तक किया जाएगा।
हीरो इलेक्ट्रिक व ओकीनावा ने की यह गलती
इस बीच, भारी उद्योग मंत्रालय ने दो और वाहन कंपनियों पर शिकंजा कसा है। हालांकि यह दूसरा मामला है। मंत्रालय ने हीरो इलेक्ट्रिक और ओकीनावा को दोषी मानते हुए नोटिस जारी किया है। हीरो को 133 करोड़ और ओकीनावा को 116 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। दोनों कंपनियों पर नियमों के खिलाफ जाकर अपनी गाड़ियों में इंपोर्टेड स्पेयर पार्ट्स (आयातित अतिरिक्त पूर्जे) का ज्यादा यूज करने का आरोप है। गौर करने वाली बात ये है कि इन पार्ट्स को भारत में ही तैयार किया जा सकता था। इससे भारी मात्रा में बचत हो सकती थी। इसके अलावा कंपनियों ने इन पार्ट्स के लिए Fame के तहत सरकार से सब्सिडी भी हासिल की थी। जांच के दौरान दोनों कंपनियों के खिलाफ शिकायत सही पाई गई।
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