Bharat NCAP 2025: आजकल भारतीय कार बाजार तेजी से बदल रहा है। पहले लोग माइलेज और डिजाइन पर ज्यादा ध्यान देते थे, लेकिन अब सेफ्टी सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है। सरकार और भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) भी लगातार कारों की सुरक्षा जांच पर काम कर रहे हैं। ऐसे में कार खरीदते समय कुछ अहम सेफ्टी फीचर्स को जानना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं वे 5 फीचर्स जो आपकी और आपके परिवार की जान बचाने में मददगार साबित होते हैं।
एयरबैग (Airbags)
कार चाहे बजट वाली हो या प्रीमियम, एयरबैग अब जरूरी हो गए हैं। पहले ज्यादातर कारों में सिर्फ 2 एयरबैग मिलते थे, लेकिन अब सरकार ने सभी नई कारों में कम से कम 6 एयरबैग अनिवार्य कर दिए हैं (सड़क परिवहन मंत्रालय का प्रस्ताव 2023 से लागू हो रहा है)। एक्सीडेंट के समय यह ड्राइवर और पैसेंजर दोनों को गंभीर चोट से बचाते हैं।
ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन (Blind Spot Detection)
अक्सर हाईवे या शहर की ट्रैफिक में ऐसी जगहें होती हैं जहां ड्राइवर की नज़र नहीं जाती, इन्हें ब्लाइंड स्पॉट कहते हैं। इस वजह से कई बार एक्सीडेंट हो जाते हैं। अब कई मॉडर्न कारों में ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन सेंसर आने लगे हैं, जो ड्राइवर को तुरंत अलर्ट कर देते हैं।
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टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS)
अगर टायर में हवा कम या ज्यादा हो तो गाड़ी की परफॉर्मेंस और सेफ्टी दोनों पर असर पड़ता है। TPMS (Tyre Pressure Monitoring System) आपको हर टायर का सही एयर प्रेशर दिखाता है। इससे न सिर्फ टायर की लाइफ बढ़ती है, बल्कि एक्सीडेंट का खतरा भी कम होता है। अब ज्यादातर कंपनियां इसे अपनी कारों में शामिल कर रही हैं।
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC)
ESC एक एडवांस्ड फीचर है जो गाड़ी को स्किड होने से रोकता है। तेज मोड़ पर, अचानक ब्रेक लगाने पर या गाड़ी स्लिप होने लगे तो यह सिस्टम तुरंत कंट्रोल करता है। यूरोप और अमेरिका में यह पहले से अनिवार्य है, और अब भारत में भी कई कारों में यह दिया जा रहा है।
एबीएस (ABS)
बारिश या गीली सड़क पर अचानक ब्रेक लगाने से गाड़ी फिसलने का खतरा रहता है। ABS (Anti-lock Braking System) ब्रेक लगाते वक्त टायर्स को लॉक नहीं होने देता, जिससे गाड़ी कंट्रोल में रहती है और हादसों की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। भारत सरकार ने इसे 2019 से सभी नई कारों में जरूरी कर दिया है।